Intermittent Fasting का जिक्र हमेशा एक fast और effective Weight Loss के लिए किया जाता हैं और इसे Weight Loss के लिए एक प्रभावी तरीका मन जाता हैं। इसके फायदे और इसे कैसे करें, उसकी जानकारी निम्नलिखित है:
Intermittent Fasting क्या है?
Intermittent Fasting डाइटिंग के इस फॉर्मेट में 24 में से 8 घंटे खाने के लिए होते हैं तो वहीं 16 घंटे की फास्टिंग यानी उपवास किया जाता है. हालांकि इस दौरान लिक्विड चीजें जैसे पानी, नींबू पानी, नारियल पानी, चाय-कॉफी आदि का सेवन किया जा सकता है. एक आहार Procedure है जिसमें आप निश्चित समय तक भोजन का सेवन नहीं करते हैं और फिर उसके बाद नियमित खाने का समय रखते हैं। इसके प्रमुख तरीके जैसे कि 16:8 उपवास (16 घंटे उपवास, 8 घंटे खाना), 5:2 उपवास (हर सप्ताह के दो दिन उपवास), या फिर एक समयिक उपवास, जैसे कि एक दिन में केवल एक वक्त भोजन करना, इस प्रकार की विभिन्न रूपों में किया जा सकता है। आशा करते हैं की आपको ये समझ आ गया होगा की इसमें फास्टिंग एंड मील विंडो कैसे काम करते हैं. अब समझते हैं इससे होने वाले फायदे.
वजन घटाने के लिए फायदे:
– कैलोरी नियंत्रण: इसमें कैलोरी का सेवन कम होता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
– हार्मोनल संतुलन: यह उपवास इंसुलिन, ग्रोथ हार्मोन और अन्य हार्मोनों को संतुलित करने में मदद कर सकता है, जो Weight Maintenance में महत्वपूर्ण होते हैं।
– मेटाबोलिज्म बढ़ाना: Intermittent Fasting से शरीर का मेटाबोलिज्म बढ़ सकता है, जिससे की वजन घटाने की प्रक्रिया में मदद मिल सकती है।
– बढ़ाए गए न्यूरोन नेट्रिटायों: कहा जाता हैं की Intermittent Fasting से शरीर में बढ़ाए गए न्यूरोन नेट्रिटायों के स्तर बढ़ सकते हैं, जो कि दिमागी स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी हो सकते हैं।
कैसे करें Intermittent Fasting?
– खाने के समय का चयन: आप सबसे पहले उपवास का समय चुनें जो आपके लिए सही है। उदाहरण स्वरूप, 16:8 उपवास में आप रात्रि के 16 घंटे में उपवास कर सकते हैं और उसके बाद 8 घंटे के दौरान खाना खा सकते हैं।
– स्वस्थ आहार: ऐसे नहीं हैं की उपवास में आप कुछ नहीं ले सकते, उपवास के समय भी स्वस्थ आहार का सेवन करें, जिसमें प्रोटीन, फल, सब्जियाँ, अनाज और हरे पत्ते शामिल हो।
– व्यायाम: कोई भी डाइट या Intermittent फास्टिंग या किसी भी तरह का वेट लॉस प्लान अगर आप फॉलो कर रहे हैं, उस समय व्यायाम को न छोड़ें। यह आपके शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है। और एक अच्छा वेट लॉस दे सकता हैं.
इंटरमिटेंट फास्टिंग कई तरह से होते हैं.
1.पहला 16/8 प्रकार
16/8 इंटरमिटेंट फास्टिंग बहुत ज्यादा लोकप्रिय इंटरमिटेंट फास्टिंग तरीका है. इसका मतलब यह होता है कि 16 घंटे का फास्ट और 8 घंटे आप खा सकता है.16 घंटे फास्टिंग के समय आपको ठोस आहार नहीं लेना है. सिर्फ पानी, चाय, कॉफी या नींबू पानी जैसे तरल पदार्थ ही ले सकते हैं. आप हेल्दी लिक्विड भी ले सकते हैं. यह साइकिल रोजाना दोहराई जा सकती है या फिर हफ्ते में कुछ दिनों के लिए. 16 घंटे के फास्ट से शरीर में किटोसिस बढ़ता है जिससे वजन घटता है.
2. दूसरा 5:2 प्रकार:
5:2 का मतलब है कि हफ्ते के 5 दिन तो सामान्य खाना खा सकते हैं और 2 दिन आपके फास्टिंग करना होगा. 5 दिन आप अपनी पसंद का खाना खा सकतेहैं कोई पाबंदी नहीं है. लेंकिन 2 दिन आपको सब्जियां, दूध व दलिया जैसा कम कैलोरी वाला खाना होगा. 2 दिन फास्टिंग के समय आपको 500-600 कैलोरीज तक का खाना लेना होता है. इसमें आपको अधिक से अधिक पानी का सेवन करना होगा. यह रूटीन हफ्ते में 2 दिन की जा सकती है, या एक हफ्ते में 1 दिन भी कर सकते हैं. 5:2 से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और वजन कंट्रोल रहता है.
3. तीसरा अल्टरनेट डे फास्टिंग
इसमें एक दिन भोजन किया जाता है और अगले दिन फास्टिंग की जाती है. फास्टिंग और नॉन-फास्टिंग दिनों का अलग-अलग पैटर्न होता है. इसमें एक दिन फास्टिंग होती है और अगले दिन सामान्य आहार लिया जाता है. फास्टिंग वाले दिन 500-600 कैलोरीज तक का खाना लिया जाता है. नॉन-फास्टिंग वाले दिन सामान्य खान-पान खाया जा सकता है. इस रूटीन को एक सप्ताह या महीने भर जारी रखा जा सकता है. यह भूख हार्मोन को कंट्रोल करता है और वजन घटाने में मदद करता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.