बच्चे के मुंह से निकली गाली? अब आप न करें गलती, संयम से इस तरह सिखाएं सही-गलत में अंतर

गाली गलोच सीख गया बच्चा

बच्चों को बुरी बातें बोलने से कैसे रोकें: पेरेंटिंग के 5 सरल उपाय

बच्चे अपने आस-पास के माहौल से कई चीजें सीखते हैं, जिसमें कुछ गलत आदतें भी शामिल होती हैं। लड़ाई करना, गंदी बातें बोलना या गाली देना, ऐसी ही आदतें हैं जिन्हें सुधारना आसान नहीं होता। यदि बच्चे के मुंह से कभी गाली निकल जाए, तो माता-पिता को समझदारी और संयम से काम लेना चाहिए। यहाँ कुछ सरल तरीकों का उपयोग करके आप बच्चे को सही-गलत में अंतर सिखा सकते हैं।

1. शांत रहें
बच्चे के गाली देने पर तुरंत नाराज होने के बजाय, शांत रहें और बहुत ही संयम से उसे समझाएं कि ऐसे शब्दों का उपयोग गलत क्यों है। गुस्सा दिखाने से स्थिति बिगड़ सकती है।

2. प्रशंसा करें
जब भी बच्चा अच्छी भाषा का उपयोग करे, उसकी प्रशंसा करें। इससे उसका उत्साह बढ़ेगा और वह सही भाषा का ही उपयोग करेगा।

3. उदाहरण पेश करें
बच्चों के सामने हमेशा अच्छी भाषा का उपयोग करें। खुद भी बुरी भाषा से बचें और बच्चों के सामने बिल्कुल भी गलत शब्दों का उपयोग न करें। बच्चे अक्सर अपने माता-पिता को देखकर सीखते हैं।

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4. अच्छे शब्दों के फायदे बताएं
बच्चे से प्यार और समझदारी से बात करें और उसे समझाएं कि कौन से शब्द अच्छे हैं और अच्छी भाषा का उपयोग करने के क्या फायदे हैं।

5. नियम बनाएं
घर पर स्पष्ट नियम बनाएं कि गाली देना गलत है और इसके परिणाम क्या हो सकते हैं। इससे बच्चों के मन में यह स्पष्ट रहेगा कि यह गलत है और वे इसे बोलने से बचेंगे।

इन उपायों को अपनाकर आप बच्चों को सही और गलत का अंतर सिखा सकते हैं और उनकी भाषा सुधार सकते हैं। संयम और समझदारी से काम लें, ताकि बच्चों का भविष्य उज्ज्वल हो सके।

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