सावधान! द‍िमाग के ल‍िए खतरनाक है रूम हीटर-ब्‍लोअर का अध‍िक इस्‍तेमाल, इन अंगों में भी हो सकती है बीमारी

सर्दियों में अकसर लोग ठंड से बचने के ल‍िए ऐसी चीजों को डाइट में शाम‍िल करते हैं जो उन्‍हें गर्माहट दे। इससे उन्‍हें प्राकृत‍िक रूप से गर्माहट म‍िलती है। हालांक‍ि कई लोग घर के बाहर या आंगन में अंगीठी भी जलाते हैं। इससे वे ठंड से राहत पा सकते हैं। ये सब तो ठीक है क्योंक‍ि यह एक प्राकृत‍िक उपाय है। लेकि‍न अब अंगीठी का चलन जा चुका है। ज्‍यादातर लोगों के घरों में रूम हीटर और ब्‍लोअर का इस्‍तेमाल हो रहा है।
लेक‍िन क्‍या आपको पता है हीटर-ब्‍लोअर (Health Risk Of Room Heater And Blower) का अध‍िक इस्‍तेमाल आपको बीमार बना सकता है? अगर नहीं तो हम आपको इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं। ये जानकर आप हीटर-ब्‍लोअर के आगे ज्‍यादा देर तक बैठने की ह‍िम्‍मत नहीं करेंगे। आइए जानते हैं वि‍स्‍तार से-

त्‍वचा और बालों के ल‍िए नुकसानदायक

ठंड में हीटर-ब्लोअर का इस्‍तेमाल शरीर को गर्माहट देने के ल‍िए क‍िया जाता है। लेक‍िन इसकी गर्मी आपके स्‍कि‍न को जला सकती है। आपको लाली और खुजली जैसी समस्‍याओं का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, हीटर और ब्‍लोअर त्‍वचा की नमी को छीन लेते हैं। इससे आपकी स्‍क‍िन रूखी और बेजान लग सकती है। ये बालों के लि‍ए भी सेफ नहीं है। अगर आप ज्‍यादा देर तक इसके सामने बैठते हैं तो सिर की त्वचा को भी नुकसान पहुंचता है। इससे आपके बाल भी झड़ सकते हैं।

नाक से खून आना

अगर आप अध‍िक समय के लि‍ए रूम हीटर या ब्‍लोअर का इस्‍तेमाल कर रहे हैं तो इससे कमरे का ऑक्‍सीजन कम हो जाता है। इससे नाक के अंदर की त्‍वचा सूख सकती है। इस दौरान आपके नाक से खून भी आ सकता है।

दिमाग के ल‍िए खतरनाक

ब्लोअर और हीटर आपके द‍िमाग के ल‍िए भी सुरक्षित नहीं है। ये आपको तुरंत गर्माहट तो दे देगा लेक‍िन इसके लंबे पर‍िणाम गंभीर हो सकते हैं। ये कमरे में कार्बन मोनोऑक्साइड का लेवल बढ़ा देता है। इसके कारण दिमाग में खून की कमी हो जाती है। इससे इंटरनल ब्लीडिंग या ब्रेन हैमरेज के चांस भी बढ़ जाते हैं। इसील‍िए सोच समझकर ही सर्दियों में इनका इस्तेमाल करें।

सांस लेने में हो सकती है दिक्‍कत

हीटर और ब्लोअर का लगातार इस्‍तेमाल करने से हवा की नमी खत्‍म हो जाती है। इससे आपको सांस लेने में कठ‍िनाई का सामना करना पड़ सकता है। खांसी, गले में खराश और साइनस इंफेक्शन तो आम है। ये उन लोगों के लिए खतरे से खाली नहीं है ज‍िन्‍हें पहले से ही सांस संबंधी समस्याएं जैसे अस्थमा या एलर्जी है।

 

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