एक ही ट्राउजर में गुजारे 17 दिन, धोकर पहनी गीली टी-शर्ट: गुरुचरण सिंह ने बताया गायब होकर कैसे काटे दिन
टीवी शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में सोढ़ी के किरदार से मशहूर हुए गुरुचरण सिंह ने हाल ही में अपने गायब होने की घटना के बारे में खुलासा किया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने अपने करीबियों से हर्ट होकर 17 दिन एक ही ट्राउजर में गुजारे और गीली टी-शर्ट पहनकर अपने दिन काटे।
गायब होने की वजह
गुरुचरण सिंह ने बताया कि वह अपने करीबियों से बहुत हर्ट महसूस कर रहे थे। यही वजह थी कि उन्होंने सबकुछ छोड़कर चले जाने का फैसला किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी गायब होने की वजह कर्ज में डूबना या उसे न चुका पाने की समस्या नहीं थी।
कठिन दिन
गुरुचरण सिंह ने बताया कि जब वह गायब थे, तब उनके पास बहुत सीमित संसाधन थे। उन्होंने 17 दिन एक ही ट्राउजर में गुजारे और अपनी टी-शर्ट को धोकर गीली हालत में ही पहनना पड़ा। इस कठिन समय में उन्होंने न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक चुनौतियों का भी सामना किया।
भावनात्मक अनुभव
गुरुचरण सिंह ने कहा कि अपने करीबियों से हर्ट होने के बाद उन्हें बहुत अकेलापन महसूस हुआ। इस अकेलेपन और दुख से बचने के लिए उन्होंने यह कदम उठाया। वह अपने आप को समय देना चाहते थे ताकि वह अपनी भावनाओं को समझ सकें और उनसे निपट सकें।
समर्थन और वापसी
गुरुचरण सिंह ने यह भी बताया कि इस कठिन समय में उन्होंने कुछ लोगों से समर्थन प्राप्त किया। उनके कुछ खास दोस्तों और परिवार के सदस्यों ने उन्हें वापस आने और जीवन में फिर से स्थिरता पाने में मदद की। इस समर्थन ने उन्हें आत्मविश्वास और साहस दिया कि वह फिर से अपने जीवन को सही दिशा में ले जा सकें।
जीवन का सबक
इस अनुभव ने गुरुचरण सिंह को जीवन का एक महत्वपूर्ण सबक सिखाया। उन्होंने समझा कि कठिनाइयों का सामना करते समय आत्म-निर्भरता और आत्म-विश्लेषण बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। साथ ही, यह भी कि अपने करीबियों के साथ स्वस्थ संबंध बनाए रखना और समस्याओं का सामना करना सबसे महत्वपूर्ण है।
भविष्य की योजनाएँ
गुरुचरण सिंह ने यह भी बताया कि अब वह अपने करियर और व्यक्तिगत जीवन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने अपने प्रशंसकों का धन्यवाद किया जिन्होंने इस कठिन समय में उनका साथ दिया और उन्हें समझा। वह अब अपने काम में पूरी ऊर्जा के साथ लौटना चाहते हैं और अपने दर्शकों का मनोरंजन करना चाहते हैं।
गुरुचरण सिंह की इस कहानी ने यह साबित किया कि कठिनाइयों का सामना करने के बाद भी इंसान अपने जीवन को पुनः सही दिशा में ले जा सकता है। उनके संघर्ष और साहस की कहानी कई लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन सकती है।