सर्दियां आते ही शादियां शुरू हो जाती हैं। साथ ही ये नए साल के जश्न का भी समय होता है। ऐसे में शादी की तैयारी और न्यू ईयर सेलिब्रेशन पढ़ने वाले बच्चों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। ये समस्या और भी ज्यादा बढ़ जाती है जब बोर्ड एग्जाम का टाइम हो। ज्यादातर जगहों पर प्री बोर्ड एग्जाम जनवरी में होते हैं। ऐसे में शादी, क्रिसमस और न्यू सेलिब्रेशन से बच्चों की पढ़ाई का रूटीन तो बिगड़ ही जाता है, अजर-गजर खाने से भी कई बच्चे बीमार भी हो जाते हैं। जिसका सीधा असर परीक्षा पर ही पड़ता है। इसके लिए बच्चों के साथ-साथ माता-पिता को भी ध्यान देना होगा। आइए विस्तार से जानते हैं कि इस माहौल में स्टूडेंट्स कैसे अपनी पढ़ाई पर फोकस कर सकते हैं और पेरेंट्स उन्हें कैसे सहयोग कर सकते हैं।
टाइम टेबल बनाएं
शादी-ब्याह या जश्न के माहौल में माता-पिता को बच्चों के लिए एक सख्त टाइम टेबल बना देना चाहिए। पढ़ाई के लिए सुबह का समय सबसे अच्छा होता है। इस समय बच्चों का दिमाग शांत और ताजा होता है। ऐसे में पढ़ाई पर ज्यादा फोकस करने में मदद मिलती है। अगर किसी दिन पार्टी में जाना भी पड़े तो रात में पढ़ाई का समय तय करें।
स्मार्ट स्टडी पर करें फोकस
कभी भी एक बार में पूरे सिलेबस को याद करने से बचें। इससे आपका समय भी जाएगा और बच्चों को कुछ याद भी नहीं होगा। आपको स्मार्ट स्टडी का तरीका अपनाना होगा। जो भी टॉपिक्स जरूरी हों उन्हें पहले पढ़ें। रिवीजन के लिए समय जरूर निकालें। कोशिश करें कि लिखकर ही याद करें। इससे आपके पास नोट्स भी रहते हैं।
मन को न भटकने दें
शादी, क्रिसमस और न्यू ईयर के माहौल में पढ़ाई बाधित हो सकती है। डांस, गाना और पार्टी का शोर मन को भटकाने का काम करता है। ऐसे में आप एक शांत जगह पर ही पढ़ाई करें। अगर घर में शांति न हो तो आप लाइब्रेरी भी जा सकते हैं।
शादी-ब्याह, क्रिसमस,
बर्थडे पार्टीज और नए साल का जश्न ताे आता ही रहता है। ऐसे में आपको ये समझना जरूरी हाेगा कि परीक्षा ही आपकी पहली प्राथमिकता है। ये आपके भविष्य को निखार देगा।
सकारात्मक माहौल बनाएं
इन दिनों माता-पिता को चाहिए कि वे घर का माहौल शांत रखें। घर से पॉजिटिव वाइब्स आनी चाहिए। ये बच्चों के मन को भटकने नहीं देंगे।
डाइट का ध्यान रखें
आए दिन पार्टीज में खाना खाने से बच्चों की तबियत बिगड़ सकती है। ऐसे में कोशिश करें कि बच्चों को ताजा खाना ही दें, ताकि वे सही रहकर अच्छे से परीक्षा दे सकें।